मुझे देख कर उसके पलके झुकाने को ,
मेरे इंतजार में उसके रूठ जाने को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
मुझसे की हर एक मुलाकात को ,
मेरे कहे हर एक अल्फाज को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
मुझसे हुई दोस्ती को ,
और मुझसे हुए कमबख्त इश्क को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
उससे कही हर एक बात को ,
हाथों में थामे मेरे हाथ को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
मुझसे किए हर एक वादे को ,
उम्र भर साथ निभाने के इरादे को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
तन्हाई में दिए मेरे साथ को ,
मुश्किल में थामे मेरे हाथ को ,
शायद वो याद तो करती होगी ।
मतलब से किए प्यार को ,
मुझसे झूठे किए इजहार को ,
शायद वो याद तो करती होगी …
…..शायद वो याद तो करती होगी ।।